Neha Singh Rathore – नेहा सिंह राठौर की जीवनी: एक आवाज जो जनता के दिलों तक पहुँच गई

Neha Singh Rathore: नेहा सिंह राठौर आज के समय में भोजपुरी लोकगीतों की एक जानी-मानी गायिका और लेखिका हैं। अपने तेज़-तर्रार और समाजिक मुद्दों पर कटाक्ष करने वाले गीतों के कारण नेहा ने बहुत कम समय में लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है। आइए, इस लेख में उनके जीवन के सफर को विस्तार से जानते हैं।

Neha Singh Rathore Biography In Hindi – नेहा सिंह राठौर की जीवनी

नेहा सिंह राठौर की जीवनी पढ़ें: बिहार की इस साहसी लोकगायिका का सफर, ‘यूपी में का बा’ जैसे चर्चित गीतों से मिली प्रसिद्धि, समाजिक मुद्दों पर उनके योगदान और विवादों की पूरी जानकारी।


प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

नेहा सिंह राठौर का जन्म 1997 में कचैला गाँव, जिला बक्सर, बिहार में हुआ था। वे एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखती हैं। बचपन से ही उनका रुझान गीत-संगीत और लेखन की ओर था।

उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाँव के ही सरकारी स्कूल से पूरी की और बाद में उच्च शिक्षा के लिए कानपुर, उत्तर प्रदेश चली गईं। नेहा ने छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (CSJMU) से स्नातक की पढ़ाई पूरी की।


करियर की शुरुआत

नेहा का गायन करियर तब शुरू हुआ जब उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने गाए हुए लोकगीतों के वीडियो अपलोड करने शुरू किए। उनकी सरल भाषा और आम जनता से जुड़े हुए विषयों ने उन्हें जल्दी ही प्रसिद्ध कर दिया।

साल 2020 में उनके गीत “बिहार में का बा” ने जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की। इस गीत में उन्होंने बिहार राज्य में व्याप्त समस्याओं पर व्यंग्य करते हुए अपनी बात रखी थी।


प्रसिद्धि का सफर

नेहा सिंह राठौर का सबसे चर्चित गीत रहा:

  • “यूपी में का बा” — इस गीत में उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और वहाँ की जमीनी हकीकत पर सवाल उठाए। इस गाने ने उन्हें रातोंरात चर्चा में ला दिया।
  • इसके अलावा उन्होंने कई सामाजिक मुद्दों जैसे कि भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, महिला सशक्तिकरण आदि पर भी गीत गाए हैं।

उनके गीतों की शैली आम भोजपुरी गायकों से अलग है क्योंकि वे पारंपरिक प्रेम गीतों की बजाय समाज, राजनीति और जन समस्याओं पर केंद्रित गीत गाती हैं।


विवाद और आलोचनाएँ

नेहा के बेबाक गीतों के कारण उन्हें कई बार विवादों का सामना भी करना पड़ा।

  • “यूपी में का बा” गीत के कारण उन्हें पुलिस नोटिस भी भेजा गया।
  • कई बार उनके गीतों को “सरकारी छवि खराब करने” वाला कहा गया, लेकिन नेहा ने हमेशा कहा कि वे जनता की आवाज़ बनकर अपनी बातें रखती हैं और उनका मकसद सिर्फ सुधार की ओर ध्यान खींचना है।

व्यक्तिगत जीवन

नेहा सिंह राठौर ने वर्ष 2021 में हिमांशु सिंह से विवाह किया। हिमांशु भी एक कलाकार और लेखक हैं। दोनों मिलकर सामाजिक सरोकारों से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर काम करते हैं।


नेहा सिंह राठौर का प्रभाव

  • आम जनता की आवाज़: नेहा ने गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं के मुद्दों को अपने गीतों के ज़रिए राष्ट्रीय स्तर पर उठाया।
  • भोजपुरी भाषा की गरिमा बढ़ाई: उन्होंने भोजपुरी भाषा में गंभीर और सशक्त विषयों को शामिल कर इसकी छवि को नया आयाम दिया।
  • युवा प्रेरणा: आज नेहा कई युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं कि कैसे सच को बिना डरे सामने रखा जा सकता है।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

प्रश्न 1: नेहा सिंह राठौर का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर: नेहा सिंह राठौर का जन्म बिहार के बक्सर जिले के कचैला गाँव में हुआ था।

प्रश्न 2: नेहा सिंह राठौर किस गाने से प्रसिद्ध हुईं?
उत्तर: नेहा “बिहार में का बा” और “यूपी में का बा” जैसे व्यंग्य गीतों से प्रसिद्ध हुईं।

प्रश्न 3: नेहा सिंह राठौर के पति का नाम क्या है?
उत्तर: नेहा सिंह राठौर के पति का नाम हिमांशु सिंह है।

प्रश्न 4: नेहा सिंह राठौर किस विषय पर गाने गाती हैं?
उत्तर: वे सामाजिक मुद्दों, राजनीति और जनता की समस्याओं पर आधारित गीत गाती हैं।

प्रश्न 5: क्या नेहा सिंह राठौर को किसी विवाद का सामना करना पड़ा है?
उत्तर: हाँ, खासतौर पर “यूपी में का बा” गीत को लेकर उन्हें पुलिस नोटिस मिला था।


निष्कर्ष

नेहा सिंह राठौर एक ऐसा नाम बन चुकी हैं, जो न केवल मनोरंजन करती हैं बल्कि समाज के ज्वलंत मुद्दों पर सोचने के लिए मजबूर भी करती हैं। उनकी आवाज़ आज हजारों लोगों की आवाज बन चुकी है। वे साबित करती हैं कि अगर जज़्बा सच्चा हो, तो एक साधारण गाँव की लड़की भी देशभर में गूंज सकती है।

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